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Measures to prevent excess bleeding during periods

 पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग को रोकने के उपाय 

पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग को रोकने के उपाय


महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स की परेशानी होती है। पीरियड यानि माहवारी। यह कोई बीमारी नहीं होती है। यह तो प्राकृतिक होती है। इस समय महिलाओं को बहुत परेशानी होती है। इस समय महिलाओं को केवल रक्त ही नहीं आता बल्कि दर्द भी होता है। पीरियड्स के समय कमर दर्द या पेट में दर्द होता है। जिसे सहन करना मुश्किल होता है। 

पीरियड्स के दौरान रक्त आता ही है, लेकिन कभी-कभी यह काफी ज्यादा आने लगता है। जो की परेशानी की बात है, पर यह कोई ज्यादा बड़ी बात नहीं होती है,यदि आपको हैवी ब्लीडिंग कभी-कभी होती है तो कोई परेशानी की बात नहीं है लेकिन अगर यह हर बार आप इस परेशानी को झेल रही है तो आपको इस पर ध्यान देना जरूरी है। 

क्योंकि यदि इस पर अभी आपने ध्यान नहीं दिया तो आपके लिए यह बहुत परेशानी वाली बात हो सकती है। बार-बार हेवी ब्लीडिंग का आना कहीं और भी बीमारियों का कारण बन सकती है।हैवी ब्लीडिंग पर ध्यान नहीं दिया गया। तो आपको खून की कमी भी हो सकती है और आगे चलकर एनीमिया जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है। 

इससे आपके शरीर में कमजोरी आ सकती है। अधिकतर महिलाएं इससे छुटकारा पाने के लिए मेडिकल से दवा का उपयोग करती है। लेकिन जैसा कि ज्यादा दवा लेना हानिकारक होता है। इसलिए आज हम आपको पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने से रोकने के लिए घरेलू उपचार बताएंगे। जो आपको इन सभी परेशानी से छुटकारा दिलाएगी। 

पीरियड्स के समय ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण 

  • प्रेगनेंसी से छुटकारा पाने के लिए मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली गर्भनिरोधक दवाइयों का ज्यादा सेवन करने से। 
  • महिलाओं में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन नाम के दो हार्मोन्स पाए जाते हैं। जिनका संतुलित रहना जरूरी है अगर किसी कारण से इनका संतुलन बिगड़ जाता है और यह हारमोंस असंतुलित हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है।  
  • गर्भावस्था में मिसक्रेज हो जाना या फिर कोई और प्रेग्नेंसी संबंधित जटिलता का होना। 
  • खून को पतला करने के लिए कई दवाइयां होती है। जिनका सेवन करने से खून पतला हो जाता है ,लेकिन इन दवाइयों का ज्यादा सेवन करने से भी हैवी ब्लीडिंग की परेशानी होने लगती है। 
  • प्रजनन अंगों में इन्फेक्शन होने से भी यह परेशानी होने लगती है। 
  • ओवरी कैंसर होने से। 
  • एडिनोमायोसिस बीमारि या पेल्विक में सूजन आने से। 
  • गर्भाशय में कोई गांठ बनने से भी पीरियड्स के दौरान ज्यादा रक्त आता है। 

पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने के लक्षण 

  • पीरियड्स के 7 दिन पूरे हो जाने के बाद भी ब्लीडिंग का होना। 
  • नियमित रूप से होने वाली बिल्डिंग से ज्यादा ब्लड का आना। 
  • पीरियड्स के दौरान कमजोरी का एहसास होना। 
  • पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द होना। 
  • पीरियड के दौरान चक्कर आना। 

हैवी ब्लीडिंग को रोकने के उपाय 

बर्फ से सिकाई करना :- जब पीरियड्स आता है तो शरीर का तापमान उच्च होता है।  जिस कारण से पीरियड आता है, और जब यह तापमान अधिक बढ़ जाता है, तो खून की कोशिकाएं अधिक फैल जाती है। जिस कारण से अधिक ब्लीडिंग होने लगती है।  लेकिन यदि पीरियड के दौरान बर्फ से सिकाई की जाए तो शरीर का तापमान निम्न हो जाता है और उनकी कोशिकाएं सिकुड़ जाती है और ज्यादा ब्लडिंग होना बंद हो जाती है। बर्फ की सिकाई से केवल खून का आना कम ही नहीं होता बल्कि पेट के दर्द में भी लाभदायक होता है। 

बर्फ के टुकड़े को लीजिए और एक टॉवेल में लपेट लीजिए फिर उससे पेट की सिकाई करें। इस सिकाई को आप 10 से 15 मिनट तक करें। फिर कुछ समय के लिए पीठ के बल लेट कर आराम कर ले। यदि इसके बाद भी आपको आराम नहीं मिले तो आप इसी उपाय को फिर से कर लीजिएगा और यह उपाय आप 4 घंटे के अंतराल में ही कीजिएगा। 

धनिया के बीज  

धनिया के बीज इस परेशानी से राहत दिलाने में आपको काफी हद तक मदद कर सकते हैं। धनिया के बीज का उपयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है। आयुर्वेद में धनिया के बीज को गर्भाशय को सही से काम करने और महिलाओं में उचित हार्मोन संतुलन बनाए रखने के लिए औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।
 
एक गिलास पानी लें और उसमें एक चम्मच धनिया पाउडर को डालें और इन्हें गर्म करें इन्हें तब तक गर्म करें जब तक पानी आधा न हो जाए, फिर इसे ठंडा होने के लिए रख दें और जब यह हल्का गर्म रह जाए तब इसमें शहद मिला लें और इसे सेवन करें।  इसका सेवन पीरियड के दौरान दो से तीन बार करें। इससे आपको जल्दी राहत मिल जाएगी। 

दालचीनी

एक कप उबलते पानी में दालचीनी की एक स्टिक द्वारा तैयार चाय पीरियड्स में होने वाला हैवी ब्लीडिंग के लिए बहुत ही प्रभावी घरेलू उपाय है। आप वैकल्पिक रूप से इसमें दालचीनी की छाल से निकली कुछ बूंदों को भी मिला सकती हैं। दिन में दो बार इसका इस्तेमाल हैवी ब्लीडिंग को रोकने में मदद करता है।

अशोक की छाल

पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग को रोकने के अशोक की छाल बेहतर उपाय कुछ और हो ही नहीं सकता है। आयुर्वेद में भी इस फार्मूले का जिक्र है। इसे इस्तेमाल करने के लिए लगभग 50 ग्राम अशोक की छाल को 2 कप पानी में तब तक उबालें जब तक कि यह आधा ना बच जाये। इस काढ़े को ठंडा होने पर प्रतिदिन एक गिलास पीने से तेजी से फायदा होता है।

2 comments:

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