Health and fitness tips hindi and english

Measures to avoid heat stroke in summer | गर्मी के मौसम में लू से बचने के उपाय

गर्मी के मौसम में लू से बचने के उपाय 

गर्मी के मौसम में लू से बचने के उपाय


कई लोगों को लू लगने पर बार-बार पेशाब की भी शिकायतें हो जाती है और शरीर में जकड़न हो जाती है। तेज गर्मी में लू से बचने के लिए घरेलू उपाय काफी कारगर साबित होते हैं। लू से बचने के कुछ बेहद कारगर घरेलू उपाय है। 

गर्मी के मौसम में गर्म हवा और बड़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।  अगर अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाए या फिर सिर में तेज दर्द होना अचानक से शुरू हो जाए तो सावधान हो जाना चाहिए। यह दोनों लू लगने के लक्षण है। 

लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। लू लगने के बाद नाड़ी और सांस की गति तेज हो जाती है। कई बार देखा गया है कि त्वचा पर लाल दाने भी हो जाते हैं। 

लू से बचने के उपाय 

  • धूप में निकलते वक्त छाते का इस्तेमाल करना चाहिए। सिर ढक कर धूप में निकलने से भी लू से बचा जा सकता है। 
  • घर से पानी या कोई ठंडा शरबत पीकर बाहर निकले जैसे : आम का पन्ना, शिकंजी, खस का शरबत ज्यादा सेहतमंद है। 
  • तेज धूप से आते ही और ज्यादा पसीना आने पर तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। 
  • गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। पानी में नींबू और नमक मिलाकर दिन में दो - तीन बार पीते  रहने से लू लगने का खतरा कम रहता है।  
  • धूप में बाहर जाते वक्त खाली पेट नहीं जाना चाहिए। सब्जियों के सूप का सेवन करने से भी लू से बचा जा सकता है। 
  • गर्मी के दिनों में हल्का भोजन करना चाहिए। भोजन में दही को शामिल करना चाहिए। 

इतनी सावधानी के बाद अगर लू लग जाए तो यह उपाय करें 

लू लगने पर करें ये घरेलू उपाय 

  • नहाने से पहले जौ के आटे को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाकर बॉडी पर लगाकर कुछ देर बाद ठंडे पानी से नहाने से लू का असर कम होता है। 
  • लू से बचने के लिए कच्चे आम का लेप बनाकर पैरों के तलवों पर मालिश करनी चाहिए। 
  • लू लगने और ज्यादा गर्मी में शरीर पर घमौरियां हो जाती है। बेसन को पानी में घोलकर घमौरियों पर लगाने से फायदा होता है। 
  • लू लगने पर जौ के आटे और प्याज को पीसकर पेस्ट बनाएं और उसे शरीर पर लगाएं जरूर राहत मिलेगी। 
  • धूप में निकलने से पहले नाखून पर प्याज पीसकर लगाने से लू नहीं लगती यही नहीं धूप में बाहर निकलते वक्त अगर आप छिला हुआ प्याज लेकर साथ चलेंगे तो भी आपको लू नहीं लगेगी। 
  • धूप से आने के बाद थोड़ा सा प्याज का रस शहद में मिलाकर चाटने से लू लगने का खतरा कम होता है। 
  • गर्मी के मौसम में खाने के बाद गुड़ खाने से भी लू लगने का डर कम होता है। 
  • टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती। 
  • कच्चे आम को गर्म राख में भूनकर उसका रस निकालकर पीने से भी लू में फायदा होता है। 

गर्मियों में होने वाली पाँच सबसे खतरनाक बीमारियां 

गर्मी का मौसम धूप, उमस और चिपचिपाहट से भरा होता है, साथ ही यह कई तरह की बीमारियां भी लेकर आता है। इसमें होने वाली कुछ बीमारियां तो सामान्य होती है। लेकिन कुछ बेहद गंभीर होती है। जिसे जरा सी लापरवाही करने पर यह नासूर भी बन सकती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जिनसे आपको गर्मी में सतर्क रहने की जरूरत है। 

टाइफॉइड  

गर्मी आते ही सबसे ज्यादा लोगों के मुँह से टाइफॉइड सुनने को मिलता है। कई बार लोग इसे सिर्फ बुखार समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जिस वजह से यह समस्या कई बार जानलेवा साबित हो सकती है। इसमें तेज बुखार, भूख न लगना, हर समय उल्टी महसूस होना और खांसी - जुखाम होता है। इससे बचने के लिए खाने - पीने की चीजों में स्वच्छता का खास ख्याल रखें। बाहर का ऑइली फूड न खाएं। आप चाहे तो इससे बचने के लिए टीकाकरण भी करा सकते हैं। 

घेंघा  

गर्मी के मौसम में लोगों में घेंघा की शिकायत भी बहुत देखने को मिलती है। यह थॉयराइड ग्लैंड के बढ़ जाने से होता है। इस रोग में गर्दन में सूजन आ जाती है। घेंघा से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई और खांसी की परेशानी होती है। आपको इसमें से कोई भी लक्षण नजर आए तो वक्त रहते अपना इलाज करवाएं। 

चेचक 

गर्मी के दस्तक देते ही चेचक का संक्रमण फैलता है। इसके रोगी के शरीर में लाल दाग हो जाते हैं  व सरदर्द और बुखार की शिकायत रहती है। इसका शुरुआती लक्षण गले में खराश होना है। चेचक के रोगी को खांसी और छींके बहुत आती है, जिससे यह रोग दूसरों में भी फैल जाता है। इससे बचने के लिए भी टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा बाहर से घर आने पर अपने हाथ और पैरों को जरूर धोएं।  

खसरा 

खसरा एक वायरल बीमारी होती है, जो सांस के जरिए फैलती है। इसका संक्रमण अधिकतर छोटे बच्चों में फैलता है। घर में जिस किसी को खतरा हो उससे दूसरे लोगों को एतिहात बरतने की जरूरत होती है। इस बीमारी में शरीर पर लाल रंग के छोटे - छोटे दाने हो जाते हैं। इससे बचने के लिए टीकाकरण ही उपाय है। 

पीलिया 

गर्मी के दिनों में होने वाले रोगों में पीलिया प्रमुख है। इसे हेपेटाइटिस ए भी कहा जाता है। जिसमें शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिससे शरीर पीला पड़ने लगता है। इसके अलावा पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है। गर्मी में दूषित खाने से दूरी बनाए रखें। पीलिया होने पर स्वच्छता का बहुत ध्यान रखा जाना चाहिए। कोशिश करें कि सिर्फ उबला हुआ खाना और पानी पिए। 

शरीर की गर्मी दूर करने के आसान उपचार 

कभी-कभी आपने महसूस किया होगा कि आपको बिना किसी कारण पसीना आता रहता है, और आपका पूरा शरीर मानो तप सा रहा है। यह लक्षण शरीर की गर्मी का होता है। हमारे शरीर का औसतन तापमान लगभग 36. 9 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। अगर यह ज्यादा हो जाता है तो इसके कई खतरे भी होते हैं। शरीर का तापमान कई कारणों से हो सकता है, जैसे : तंग कपड़े पहनना, बहुत ज्यादा कसरत, भारी दवाइयां या फिर धूप में ज्यादा वक्त बिताना आदि ..... अगर आप बहुत ज्यादा गर्म और मसालेदार भोजन खाते हैं तो उनसे दूरी बना लें। 
जंक / फास्ट फूड ना खाएं क्योंकि इसमें काफी ज्यादा तेल की मात्रा होती है। कैफीन और शराब से दूर रहें। कोशिश करें कि आप शाकाहारी भोजन ही करें।

अनार का रस 

हर सुबह एक गिलास ताजा अनार के रस में बादाम के तेल की कुछ बूंदे मिलाकर पियें।  
ठंडे पानी का प्रयोग :- एक बाल्टी ठंडे पानी की लें और उसमें अपने पैरों को 10 मिनट तक डालकर रखें। इससे शरीर की गर्मी तुरंत शांत हो जाएगी। 
खसखस का सेवन अच्छा आराम पाने और सामान्य शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए सोने से पहले, रात के समय एक मुट्ठी भर खसखस खाएं। खसखस में ओपिएट होता है और इसका बड़ी मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए और न ही बच्चों को दी जानी चाहिए। 

मेथी दाना 

रोजाना एक चम्मच मेथी के बीज खाएं। 
ठंडे दूध का सेवन :- ठंडे दूध में एक चम्मच शहद डाले और प्रभावी परिणामो के लिए रोजाना इसका सेवन करें।

No comments: