प्रोटीन हमारे शरीर के लिए क्यों आवश्यक है
प्रोटीन कितना और कब लेना चाहिए
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरुरी पोषक तत्व है, लेकिन प्रोटीन को कितनी मात्रा में लें और कब लेना चाहिए यह जानना हमारे लिए बहुत जरुरी है।
हमारा शरीर छोटे -छोटे सैल्स यानी कोशिकाओं से मिलकर बनता है , ये छोटे- छोटे सैल्स प्रोटीन से बनते है , इसलिए शरीर को अंदर से मजबूत बनाने के लिए प्रोटीन बहुत जरुरी पोषक तत्व है। लेकिन प्रोटीन लेने से पहले यह जानना बहुत जरुरी है की किस व्यक्ति को कितना प्रोटीन लेना चाहिए ताकि उस के शरीर की जरूरत के हिसाब से प्रोटीन का पूरा फायदा भी मिल सके।
क्यों जरुरी है प्रोटीन
हमारे शरीर का 18 - 19 % भार प्रोटीन के कारण होता है, प्रोटीन हमारी मांसपेशियों, रक्त, हृदय, फेफड़ों, कोशिकाओं को स्वस्थ व हेल्दी बनाने का काम करता है। यह हमारी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करने का काम करता है, जिससे हम बीमारियों से लड़ने में सक्षम बन जाते हैं। प्रोटीन में मौजूद माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होता है, जिसकी शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यकता होती है।
प्रोटीन को हमें अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में लेने की जरूरत होती है। लेकिन इंडियन मार्केट रिसर्च ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार, आजकल लोगों की डाइट में अनहेल्दी फूड की मात्रा ज्यादा और हेल्दी फूड, जिसमें प्रोटीन की मात्रा कम होती जा रही है। जिसके कारण वह अपने दैनिक कार्यों को इस स्पूर्ति से करने में सक्षम नहीं हो पाते है, जो सीधे तौर पर उनकी एक्टिविटी पर प्रभाव डालता है। इसलिए आप अपनी डाइट में प्रोटीन को इग्नोर करने की भूल ना करें।
इम्युनिटी को बूस्ट करे
अगर हमारा इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है तो हम बीमारियों से लड़ पाते हैं। ऐसे में प्रोटीन एंटीबॉडीज को बनाने में मदद करता है। जिससे शरीर किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ने में सक्षम हो पाता है। हमारे रक्त में एंटीबॉडीज एक तरह का प्रोटीन होता है जो शरीर पर खतरनाक तरीके से हमला करने वाले वायरस और बैक्टीरिया को बचाने का काम करता है। ये बाहरी तत्व सैल्स में प्रवेश करते हैं, ऐसे में प्रोटीन एंटीबॉडीज बनाकर उन्हें बाहर निकालने का संकेत देता है। जिससे हमारा शरीर बीमारियों से बच पाता है।
प्रौपर ग्रोथ के लिए
शरीर की ग्रोथ व टिशूज की मरम्मत के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। सामान्य स्थिति में शरीरप्रोटीन को टिशू बनाने व रिपेयर करने में इस्तेमाल करता है। कुछ विशेष स्थितियों में जैसे : प्रेगनेंसी, ब्रेस्टफ्रीडिंग के दौरान कोई बीमारी होने पर यह ज्यादा मात्रा में प्रोटीन का इस्तेमाल करने लगता है, जिसके लिए अपनी डाइट में प्रोटीन का इनटेक बढ़ाने की जरूरत होती है।
फ्लूड को बैलेंस करे
शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए प्रोटीन शरीर में फ्लूट के बैलेंस को बनाए रखने का काम करता है।हमारे रक्त में एल्ब्युमिनं और ग्लोब्युलिन नामक प्रोटीन मौजूद होते हैं, जो शरीर के फ्लूड को बैलेंस रखने का काम करते हैं, लेकिन अगर हम प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करते हैं, तो इन 2 तत्वों की मात्रा शरीर में कम होने से हमे पेट संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
मैसेंजर का काम करता है प्रोटीन
प्रोटीन हमारे शरीर में सूचनाओं को पहुंचाने का काम करता है। यह हेल्दी सेल्स के निर्माण यानी वायरस और बैक्टीरिया को पहचानने वाले सेल्स का निर्माण करने का काम करता है। जिससे शरीर को समय पर सिग्नल मिलने से बाहरी तत्व शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते हैं। कुछ प्रोटीन कोशिकाओं, टिशू और ऑर्गन तक रक्त के माध्यम से संदेश पहुंचाते हैं। जिससे यह प्रोटीन वाहक को उसी कोशिका की सतह के बाहर मार देते हैं, जिससे शरीर को सुरक्षा प्रदान होती है।
न्यूट्रिएंट्स का वाहक प्रोटीन
प्रोटीन रक्तवाहिकाओं के माध्यम से पदार्थों को सेल्स के अंदर- बाहर ले जाने का काम करते हैं। इन प्रोटीन के जरिए जिन पदार्थों को ले जाया जाता है उनमें विटामिन, मिनरल्स, ब्लड शुगर, ऑक्सीजन, कोलेस्ट्रॉल इत्यादि शामिल होते हैं, जो शरीर की पोषक संबंधित जरूरतों को पूरा करने का काम करते हैं।
उदाहरण के लिए हीमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन ले जाकर टिशू तक पहुंचाने का काम करता है। ठीक इसी तरह लिपॉप्रोटीन अन्य फैट्स को ब्लड तक पहुंचाने का काम करता है।
हड्डियों को मजबूत बनाता प्रोटीन
प्रोटीन एक ऐसा पोषक तत्व है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने का काम करता है। इस का भोजन में अभाव होने से आप को ऑस्टियोपोरोसिस की भी शिकायत हो सकती है। प्रोटीन हड्डियों, लिगमेंटस और संयोजी उत्तकों को हेल्दी रखने का काम करता है। बढ़ती उम्र में प्रोटीन को कमी से कूल्हे का फैक्चर के व हड्डियों के कमजोर होने के कारण यह आसानी से टूटने लगती है। इसलिए प्रोटीन का सेवन जरूरी है।
प्रोटीन वजन कम करने में मददगार
प्रोटीन आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर के कुछ खास तरह के वेट रेगुलेटिंग हारमोंस में बदलाव करने का काम करते हैं। असल में हमारा ब्रेन ही हमें सिग्नल देता रहता है कि हमें कब व कितना भोजन करना है, लेकिन जब इन हारमोंस का संतुलन बिगड़ने लगता है तब हमें समझ नहीं आता कि हमें कितना खाना खाना है।
ऐसे में प्रोटीन का ज्यादा मात्रा में सेवन शरीर में ज्यादा भूख लगने वाले हारमोंस को कंट्रोल कर के हमारे पेट को लंबे समय तक फुल रखने का काम करता है। जिससे आपके शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी मिल जाते हैं और और ईटिंग की हैबिट से भी बच सकते हैं।
रोज कितना प्रोटीन लेने की जरूरत है
- एडल्ट पुरुष, महिलाओं व वृद्धों को : आपको हर रोज 1 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट के हिसाब से प्रोटीन लेना चाहिए। जैसे : अगर आपका वजन 60 किलो है तो आपको रोजाना 60 ग्राम प्रोटीन लेना होगा।
- प्रेग्नेंट महिलाओं को 1 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट के हिसाब से और इसके अतिरिक्त 23 ग्राम बॉडी ग्रोथ के लिए प्रोटीन लेना चाहिए।
- दूध पिलाने वाली माताओं को 55 ग्राम के साथ 19 ग्राम और अधिक प्रोटीन लेना चाहिए।
- 0 - 6 महीने के बच्चे को एक 1.1 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट के हिसाब से प्रोटीन लेना चाहिए।
- 6 - 12 महीने के बच्चे को 1.6 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट के हिसाब से प्रोटीन लेना चाहिए।
- 1 - 3 साल के बच्चे को 17 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 4 - 6 साल के बच्चे को 20 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 7 - 9 साल के बच्चे को 29.5 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 10 - 12 साल के लड़के को 40 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 10 - 12 साल की लड़की को 41 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 13 - 15 साल लड़के को 54 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 13 - 15 साल की लड़की को 52 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 16 - 17 साल की लड़की को 55.5 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
- 16 - 17 साल के लड़के को 61 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
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